संजू सैमसन: ‘ऊंट के पांव पालने में दिख जाते हैं’ वाली कहावत संजू सैमसन पर बिल्कुल फिट बैठती है। उन्होंने बचपन से ही अपनी प्रतिभा पूरी दुनिया को दिखाई। संजू सैमसन भारत के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में से एक हैं और वह समय-समय पर अपनी बल्लेबाजी में इसका प्रदर्शन करते रहे हैं।
सैमसन की प्रतिभा के कारण ही उन्हें आज भारतीय टीम में मौका मिला है. अब वह न केवल उनकी प्रतिभा को देख रहे हैं बल्कि उसके अनुरूप अभिनय भी कर रहे हैं। इसके चलते वह अब भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन गए हैं।
संजू सैमसन ने शानदार खेला
इस आर्टिकल में हम संजू की एक ऐसी विस्फोटक पारी के बारे में जानेंगे जिसने गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। संजू ने विजय हजारे ट्रॉफी में गोवा के खिलाफ बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया. संजू ने 129 गेंदों पर 21 चौकों और 10 छक्कों की मदद से 212 रन बनाए. इस पारी के दौरान संजू का स्ट्राइक रेट 164 का रहा. इस पारी में संजू ने 31 गेंदों पर चौकों की मदद से 104 रन बनाए.
संजू सैमसन के दोहरे शतक से केरल को मिला विशाल लक्ष्य.
मैच की बात करें तो विजय हजारे ट्रॉफी 2019 में केरल और गोवा के बीच यह मैच खेला गया. केरल की टीम ने पहले बल्लेबाजी की. हालांकि दोनों ओपनर जल्दी पवेलियन लौट गए, लेकिन संजू सैमसन और सचिन बेबी ने न सिर्फ केरल की पारी को संभाला बल्कि समय मिलने पर पारी को गति भी दी।
केरल की आसान जीत
संजू के दोहरे शतक और सचिन बेबी के शतक की बदौलत केरल ने 50 ओवर में 377 रन बनाए। लक्ष्य तक पहुंचने के पहले ओवर से ही गोवा की टीम मुश्किल में थी। परिणामस्वरूप, उनके शुरुआती बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए।
गोवा के बल्लेबाजों ने संघर्ष करने की कोशिश की लेकिन लक्ष्य बहुत बड़ा था और आवश्यक रन रेट के दबाव में गोवा के बल्लेबाज लगातार विकेट खोते रहे और परिणामस्वरूप गोवा की टीम केवल 273 रन ही बना सकी। केरल ने यह मैच आसानी से 104 रन से जीत लिया।
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